Sad shayari 2 line in hindi

 हेलो दोस्तो आज हम आप लोगो के लिए  Sad  shayari 2 line  in hindi  में लेकर आये है 


Sad  shayari 2 line  in hindi 




अपनी ही मोहब्बत से मुकरना पढ़ा मुझे 
जब देखा उसे रोता होआ किसी और के लिए 


वो आज फिर से मिले अजनबी बनकर 
और हमे आज फिरसे मोहब्बत हो गयी 


इंसान की खामोशी ही काफी है 
ये बताने के लिए की वो अंदर से टूट चुका है 


सिख कर गया है वो मोहब्बत मुझसे 
जिससे भी करेगा बेमिसाल करेगा 


तुम्हे चाहने की वजह कुछ भी नही 
बस इश्क की फितरत है बे वजह होना 


तुम्हारे चहरे पर धूप को ठहरते देखा 
आज चांदी को नए रंग में चमकते देखा 
छतपर आई हो गीली ज़ुल्फे लहराते हुए 
ईमान सूरज का भी मचलते देखा 


मेरी गलती बस यही थी कि मैने हर 
किसी को खुद से ज़्यादा ज़रूरी समझा 


सब सितारे दिलासा देते है 
चंद रातो को चिकता है बहुत 


Sad shayari 2 line in hindi 


उस मोड़ से शुरू करनी है। फिर से ज़िन्दगी 
जहा सारा शहर अपना था और तुम अजनबी 


अपनी तन्हाई में तन्हा ही अच्छा हुँ 
मुझे ज़रूरत नही दो पल के सहारे की 


कोई गिला कोई शिकवा नही करना मुझे 
बस किसने तोड़ी वफ़ा की कसम न पूछ 
में तुम्हे वक़्त के साथ भूल तू जाऊंगा 
बस मुझे लगेंगे कितने जन्म न पूछ 


आज शायरी नही बस इतना सुन लो 
में तन्हा हूँ और वजह तुम हो 


बस दिल उदास है 
वैसे तो ठीक हुँ में 


अजीब सा दर्द है इन दिनों यारो 
ना बताऊँ तो कायर। बताऊँ तो शायर 


कभी कभी मेरा दिल थक जाता है 
तुम्हारा इंतेज़ार करते करते 


वो करते है मोहब्बत की बात 
लेकिन मोहब्बत के दर्द का उन्हें एहसास नही 


दुआ करना दम भी उसी तरह निकले 
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले 


जिसके नसीब में हो ज़माने की ठोकरे 
उस बदनसीब से ना सहारो की बात कर 


तुम्हे किया खबर वस्ल क्या है गमे जुदाई क्या है 
तुम मोहब्बत नही करते ऐसे जीने में भलाई क्या है 
वो किसी से भी करे मगर वफ़ा करे तो अच्छा है
यह वो दौलत है जिसमे अपनी और पराई क्या है 


मेंतों बस ज़िन्दगी से डरता हूँ 
मोत तो एक बार मारेगी 


2 line sad love shayari in hindi 


वो बुरे वक़्त की तरह बहुत 
कुछ सीखा कर चली गयी 


काश तुम कभी ज़ोर से गले लगाकर 
कहो डरते कियो हो पागल तुम्हारी ही तो हूँ 


उसने जी भर के मुझे चाहा 
फिर हुआ कुछ यू की उसका जी भर गया 


माना मोसम भी बदलते है। मगर धीरे धीरे 
तेरे बदलने की रफ्तार से तो हवाएं भी हैरान है 


ऐसे में किसी की समझ मे आता है क्या 
लिपटकर कहती है शर्माता है क्या 
करता रहता है मेरी तस्वीर से बाते
सामने अऊ तो फिर घबराता है क्या 


आज भी वो जब  कभी मिल जाते है कंही 
हक जताते है यू जैसे कि उन्ही का हुँ में 


वक़्त के साथ तो हर कोई बदलता है पर 
शिकायत है कि तुम बहुत जल्दी बदल गये 


सुना है कोई पूछता है दासता इश्क की तो कहती हो 
एक शीशा था दिल नाम का टूटा और बिखर गया 

2 line sad shayari in hindi font 

किया किया सितम वो बेवफा करता है 
दिल मे रहने देता है ना जुदा करता है 


वो माशुकाओ के मुहल्ले हो या दुश्मनो की गलियां 
तेरी रहमत से या रब जहा भी गया छाया रहा 


सुनकर मेरे शेर अपनी सहेली से बोली 
शायर ठीक है आशिक और कामाल था 


महफिल ए रिन्द हो या महफ़िल ए यारा
एक तेरा ज़िक्र ही काफी है छा जाने को 


नींद में बोलने की आदत थी उसको 
एक रोज़ चुपके से उसके ख्वाब सुन लिए मेने 


तेरी ज़ोलफो का चहरे पर आना और फिर तेरा उन्हें सवारना 
में किसी ज़माने में इसे सबब ए शाम ओ सहर समजा था 


ला इलाज है दर्द इसकी न कोई दवा कीजिये 
बस दिल की तस्सल्ली के लिए खुद खुद कीजिये 


वो जिसकी अवारगियो के किस्से सरे आम है 
सोना है उसने भी कभी किसी से मोहब्बत की थी 


कमरे में घड़ी की सुई भी शोर करती है 
खामोशी जो चाहिए तो किसी वीराने में चल 


हम तेरी बस्ती में आये और तुझे सदाये भी न दे 
खुदा किसी चाहने वाले को ऐसी सजाये भी न दे 


हटली पर मेरा नाम लिखने की कभी तुम्हे आदत थी 
रसम ए मेहंदी के वक़्त मेरा खयाल तो आया होगा 


किसी ओर मोत से मुकाबला हो जाये 
ज़िन्दगी तेरा मेरा एक बार मे फैसला हो जाये 



 वो रोय तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोय,
 कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोय ,
 मेरे सामने कर दिये मेरी तस्वीर के टूकड़े ,
 मेरे बाद वो उन्हें जोड़ जोड़ कर रोय 



तुमने समझा ही नही और न समझना चाहा
हम चहते ही किया थे तुमसे " तुम्हारे सिवा" 


  दिल टूटा है तो रोना तो आएगा ही 
  पर तेरे सामने रोकर करेंगे भी किया 
  जब दिल तोड़ने वाले शासक ही तू है 


  उनकी मुहब्बत का सिलसिला 
  भी किया अजीब था 
  अपना भी न बनाया और
  किसी और का  होने भी न दिया 

  लफ़्ज़ों की दहलीज पर 
  घायल ज़ूबान है 
  कोई तन्हाई से , तो कोई 
  महफ़िल से परेशान है 


  अजीब तरह से गुज़र रही है जिंदगी 
  सोचा कुछ , किया कुछ , हुआ कुछ , मिला कुछ


  ज़िन्दगी से कियो रूठ गए हो तुम 
  इतने मायूस कियो हो गए हो तुम
  ज़रूर तुहारा किसी ने दिल तोड़ा है 
  जो इतने बेपरवाह हो गए हो तुम 


  मुझे उदास देख कर कहा था उसने की 
  मेरे होते हुए कोई तखलिफ़ नही होगी 
  बाद में फिर  हुआ कुछ ऐसा की 
  की वही सबसे बड़ी तखलिफ़ बन गए 


  मुस्कुराकर दर्द को सहन किया सिख लिया 
  लोगो ने सुच लिया कि हमे तखलिफ़ ही नही होती 


 कोई तो कर रहा है 
 मेरी कमी पूरी 
 तभी तो मेरी याद 
 अब उसे नही आती 


 अगर वो खुश है देख कर आंसू मेरी आँख में 
 तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देंगे 
 तड़पते रहेंगे उसे देखने को 
 लेकिन उस की तरफ नज़र उठाना छोड़ देंगे 


 लिखू कुछ आज यह वक्त का तकाजा है 
 मेरे दिल का दर्द अभी ताज़ा ताज़ा है 
 गिर पड़ते है मेरे आँसू मेरे ही कागज़ पर 
 लगता है कलम में स्याही का दर्द ज़्यादा है 


  सपना कभी साकार नही होता 
  मोहोब्बत का कोई आकर नही होता 
  सब कुछ हो जाता है दुनिया मे 
  मगर दोबारा किसी से सच्चा प्यार नही होता 


  फरेब थी हसी उनकी हम आशिक़ी समझ बैठे 
  मौत को ही हम अपनी ज़िंदगी समझ बैठे 
  वो वक्त का मज़ाक था या हमारी बदनसीबी 
  जो उनकी दो बातों को मोहब्बत समझ बैठे 


 कोन बनेगा मेरे लफ्ज़ो की ज़ुबान 
 जब मेरा समय ही हो गया किसी और पर कुर्बान 


 हकीकत जानलो जुड़ा होने से पहले 
 मेरी सुनलो अपनी सुनने से पहले 
 ये सोच लेना भुलाने से पहले 
 बहुत रोई है आंखे मुस्कुराने से पहले 


 में हूं दिल है तन्हाई है ,
 तुम भी होते अच्छा होता 


  तू अधोरी मोहब्बत तो कर 
  वादा में पूरा इश्क़ दूंगी 




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